हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह हदीस "बिहार अल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस हदीस का पाठ इस प्रकार हैः
قال رسول اللہ صلی الله علیه وآله وسلم:
وَاللّهِ مَا الدُّنيا فِي الآخِرَةِ إلّا مِثلُ ما يَجعَلُ أحَدُكُم إصبَعَهُ هذِهِ فِي اليَمِّ ، فَليَنظُر بِمَ تَرجِعُ!
पैगंबर (स) ने फ़रमाया:
अल्लाह की कसम! आख़िरत को देखने वाली दुनिया का उदाहरण ऐसा है जैसे तुम में से कोई अपनी उंगली समुद्र में डुबो रहा हो। तो देखो उसकी उंगली इस समुद्र से कितना पानी लाएगी।
बिहार अल-अनवार: भाग 73, पेज 119, हदीस 110